
#बोकारो : DMFT फंड में हुए 500 करोड़ रुपये के भारी घोटाले ने तहलका मचा दिया है। इस मामले में तत्कालीन डीसी विजया जाधव पर पद का दुरुपयोग करने, अनियमित भुगतान करने और निजी एजेंसियों को भारी लाभ पहुंचाने के गंभीर आरोप लगे हैं।
51 लाख रुपये की नकदी गोला से बरामद होने के बाद शुरू हुई जांच अब घोटाले की गुत्थी सुलझा रही है। बोकारो के डीसी ने मामले की जांच डीडीसी को सौंपी है, जिसमें जल्द ही पूरी रिपोर्ट सामने आने की उम्मीद है।
आरोप है कि टेंडर प्रक्रिया में अनियमितताएं की गईं, असली कीमत से कई गुना अधिक भुगतान हुआ, घटिया गुणवत्ता के सामान खरीदे गए और बिना प्रबंधकीय समिति की मंजूरी के बिलों का भुगतान किया गया।
रांची, हजारीबाग समेत कई बड़ी कंपनियों को करोड़ों रुपये के भुगतान का खुलासा हुआ है, जिसमें NATIONAL CO-OPERATIVE CONSUMER FEDRETIONS OF INDIA LTD., SAMSKARA, TRINETRA ENTERPRISES जैसे नाम शामिल हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह घोटाला 2024-25 और 2025-26 के वित्तीय वर्ष में भी जारी रहा, इसलिए डीएमएफटी विभाग का ऑडिट आवश्यक हो गया है।
बोकारो की जनता अब कड़े और पारदर्शी जांच की मांग कर रही है ताकि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिल सके।
क्या होगा इस घोटाले की अगली कहानी? सभी की नजरें जांच रिपोर्ट पर टिकी हैं।